दिनांक- 08 मार्च 2017 , दिन- बुधवार
अपनी शिमला यात्रा के बारे में आपको पहले ही अवगत करा चुका हूँ। शिमला का बहुत नाम सुना था और यह पर्यटकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है। इसलिए इसकी पहचान ने हमे भी अपनी ओर आकर्षित कर ही लिया। इच्छा थी कि शिमला बस से ना जाकर रेल से जाया जाये। गाज़ियाबाद से कालका हावड़ा-दिल्ली-कालका मेल और फिर कालका से शिमला के बीच चलने वाली टॉय ट्रेन में सफ़र करने पर विचार हुआ। यानी घर से शिमला तक का पूरा सफ़र सिर्फ रेल से। और वैसे भी कालका-शिमला के बीच चलने वाली रेल के बारे में मैंने भी बहुत सुना था।
तो ये मौका कैसे छोड़ पाता ? मेरी पहली पसंद रेल ही थी। चूँकि मैं यह यात्रा परिवार के साथ करने जा रहा था तो उनकी राय भी जरूरी थी। पत्नी से पूछा कि
तो ये मौका कैसे छोड़ पाता ? मेरी पहली पसंद रेल ही थी। चूँकि मैं यह यात्रा परिवार के साथ करने जा रहा था तो उनकी राय भी जरूरी थी। पत्नी से पूछा कि